आजकल स्मार्टफोन्स में ग्रीन लाइन इश्यू एक आम समस्या बन गई है, जिसे कई यूज़र्स फेस कर रहे हैं। चाहे आपका फोन हाथ से गिर गया हो, पानी में डूब गया हो, या फिर कोई सॉफ्टवेयर अपडेट हुआ हो, ये सभी कारण इस इश्यू का हिस्सा बन सकते हैं।
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इस पोस्ट में हम जानेंगे कि कैसे फिजिकल डैमेज, लूज़ कनेक्शन, कमजोर क्वालिटी कंट्रोल और सॉफ्टवेयर अपडेट्स जैसे कारण आपके फोन में ग्रीन लाइन इश्यू का कारण बन सकते हैं। आइए विस्तार से समझते हैं कि यह समस्या क्यों और कैसे होती है, और इसे ठीक करने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
1. फिजिकल डैमेज
बहुत से लोगों को यह पता नहीं होता कि फिजिकल डैमेज से भी फोन में ग्रीन लाइन इश्यू आ सकता है। हां, अगर आपका फोन हाथ से गिर गया हो, पानी में गिर गया हो, या फिर आप खुद फोन के साथ पानी में गिर गए हों, तो यह इस समस्या का कारण हो सकता है। हालांकि, इस डैमेज के तुरंत बाद ग्रीन लाइन इश्यू नहीं दिखेगा, बल्कि समय के साथ धीरे-धीरे यह समस्या उभर सकती है।
जब फोन गिरता है या उसमें पानी चला जाता है, तो फोन के मदरबोर्ड और डिस्प्ले के बीच जो कनेक्शन होते हैं, वे कमजोर हो जाते हैं या खराब हो जाते हैं। इसका असर कुछ समय बाद दिखता है और फोन में ग्रीन लाइन इश्यू सामने आता है।
अक्सर ये इश्यू पुराने फोनों में देखने को मिलता है, जैसे 1 साल, डेढ़ साल या 2 साल पुराने फोनों में।
2. लूज़ कनेक्शन और क्वालिटी कंट्रोल
ग्रीन लाइन इश्यू का दूसरा बड़ा कारण लूज़ कनेक्शन और कमजोर क्वालिटी कंट्रोल है। आजकल स्मार्टफोन की मांग इतनी तेजी से बढ़ गई है कि ब्रांड्स क्वालिटी कंट्रोल पर उतना ध्यान नहीं दे पाते हैं। पहले भी AMOLED डिस्प्ले वाले फोन आते थे, लेकिन तब क्वालिटी बेहतर होती थी और ऐसे ग्रीन लाइन इश्यू कम देखने को मिलते थे।
अब आपको पंद्रह से पच्चीस हजार रुपये के फोन में भी AMOLED डिस्प्ले मिल जाता है, लेकिन क्वालिटी कंट्रोल की कमी की वजह से ग्रीन लाइन इश्यू ज्यादा कॉमन हो गए हैं। पुराने AMOLED डिस्प्ले वाले फोन आज भी बिना किसी ग्रीन लाइन इश्यू के अच्छे से चलते हैं, लेकिन अब क्वालिटी में गिरावट देखने को मिल रही है।
3. सॉफ्टवेयर अपडेट
आज के समय में सॉफ्टवेयर अपडेट ग्रीन लाइन इश्यू का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण कारण माना जाता है। ज़्यादातर स्मार्टफोन्स, चाहे वो Xiaomi, OPPO, Vivo, Realme, Poco, Apple, या OnePlus हों, इन सभी ब्रांड्स के यूज़र्स ने शिकायत की है कि सॉफ्टवेयर अपडेट के बाद उनके फोन में ग्रीन लाइन इश्यू देखने को मिला है।
क्या सॉफ्टवेयर अपडेट ग्रीन लाइन आने की वजह है?
नहीं, आपको जान के हैरानी होगी कि, सॉफ्टवेयर अपडेट ग्रीन लाइन आने का मूल कारण नहीं है। क्योंकि
जब आपका फोन या कोई अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में सॉफ्टवेयर अपडेट आता है, तो उसके इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स समय के साथ कमजोर हो जाते हैं। जब फोन में सॉफ्टवेयर अपडेट आता है और आप उसे अपडेट करते हैं, तो फोन पर प्रोसेसिंग का लोड बढ़ जाता है, जिससे फोन हीट करने लगता है। इसी हीट की वजह से फोन के डिस्प्ले, कनेक्टर्स, या केबल्स में से कोई न कोई हिस्सा डैमेज हो जाता है, खासतौर पर डिस्प्ले के पिक्सल्स पर इसका असर पड़ता है, जिससे ग्रीन लाइन इश्यू जैसी समस्याएं उभर कर सामने आती हैं।
यहाँ ग्रीन लाइन इश्यू के समाधान की बात करते हैं। बहुत से लोग जब अपने फोन में ग्रीन लाइन इश्यू देखते हैं तो अलग-अलग तरीके अपनाते हैं, कोई जुगाड़ लगाता है, कोई अपना दिमाग लगाता है, लेकिन ये सब बेकार होता है। कई लोग तो सीधे यूट्यूब पर जाकर सर्च करते हैं कि ग्रीन लाइन इश्यू को कैसे ठीक करें। वहां आपको ढेर सारे वीडियो मिलेंगे जिनमें लोग समाधान बता रहे होते हैं – “ये करो, वो करो, फोन ठीक हो जाएगा।” लेकिन असल में ऐसा कुछ नहीं होता, और फोन ठीक नहीं होता।
ग्रीन लाइन इश्यू एक हार्डवेयर प्रॉब्लम है। हार्डवेयर डैमेज होने की वजह से ही फोन में ग्रीन लाइन इश्यू आता है। आप चाहे सॉफ्टवेयर अपडेट कर लो, कस्टम रॉम डाल लो, या फिर कोई भी जुगाड़ लगाओ, कुछ काम नहीं करेगा। इसका समाधान सिर्फ एक ही है।
इसके लिए आप एंड्रॉइड अथॉरिटी का आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं, जिसमें साफ तौर पर लिखा है कि ग्रीन लाइन इश्यू एक हार्डवेयर प्रॉब्लम है। इसका बस एक ही समाधान है – फोन रिपेयर करवाना।
अगर आपका फोन आउट ऑफ वारंटी है, और एक-दो साल पुराना हो गया है, तो जब भी सॉफ्टवेयर अपडेट आए, फोन को तुरंत अपडेट मत करना। खासकर अगर फोन में AMOLED डिस्प्ले है, तो सॉफ्टवेयर अपडेट के बाद ग्रीन लाइन इश्यू आने के चांस ज्यादा होते हैं।
जब सॉफ्टवेयर अपडेट आए, तो उसे तुरंत इंस्टॉल करने की बजाय कुछ दिन इंतजार कर लें। इस दौरान, ट्विटर या अन्य सोशल मीडिया पर अपने फोन मॉडल और “ग्रीन लाइन इश्यू” के बारे में सर्च करें। अगर और भी लोग वही समस्या रिपोर्ट कर रहे हैं, तो आपको इसका पता चल जाएगा। इससे आप समय पर सतर्क हो सकते हैं।
अगर आपका फोन वारंटी में है और उसमें ग्रीन लाइन इश्यू आ गया है, तो बहुत संभावना है कि ब्रांड इसे रिपेयर करके आपको दे देगा। लेकिन, अगर फोन में किसी तरह का फिजिकल डैमेज है या उसमें पानी चला गया है, तो ब्रांड वारंटी के तहत इसे ठीक करने से मना कर सकता है। इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है।