Nestle India Share Price : देश की दिग्गज FMCG कंपनी Nestlé India Ltd. ने अक्टूबर तिमाही (Q2FY26) के नतीजे जारी किए हैं, और ये नतीजे थोड़े मिक्स्ड रहे हैं। एक तरफ कंपनी की घरेलू बिक्री अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई, वहीं दूसरी तरफ नेट प्रॉफिट में 28% की गिरावट देखने को मिली। फिर भी हैरानी की बात यह रही कि गुरुवार के कारोबार में कंपनी के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिली और स्टॉक करीब 4.7% उछलकर ₹1,279 पर पहुंच गया।

अब सवाल उठता है, मुनाफे में गिरावट के बावजूद शेयर क्यों भागा? आइए जानते हैं पूरी कहानी विस्तार से।
राजस्व में उछाल, नेट प्रॉफिट में गिरावट
Nestlé India के ताजा तिमाही नतीजों के मुताबिक, कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹899 करोड़ से घटकर ₹743 करोड़ (YoY) पर आ गया है। यानी करीब 28% की सालाना गिरावट। वहीं, एडजस्टेड प्रॉफिट भी ₹779 करोड़ से घटकर ₹743 करोड़ रहा।
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हालांकि नेट प्रॉफिट पर दबाव रहा, लेकिन कंपनी का रेवेन्यू शानदार रहा। कुल रेवेन्यू ₹5104 करोड़ से बढ़कर ₹5644 करोड़ हो गया, जो न सिर्फ पिछले साल से ज्यादा है, बल्कि मार्केट अनुमान ₹5280 करोड़ से भी बेहतर है।
यानी जहां मुनाफा गिरा, वहीं सेल्स और वॉल्यूम ग्रोथ ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया।
घरेलू बाजार ने दिखाया दम
Nestlé ने बताया कि इस तिमाही में घरेलू सेल्स में डबल डिजिट ग्रोथ दर्ज की गई। कंपनी के चार में से तीन प्रमुख प्रोडक्ट सेगमेंट्स, जैसे डेयरी, बेवरेजेस, और कुकिंग प्रोडक्ट्स, में वॉल्यूम-ड्रिवन ग्रोथ देखने को मिली।
- घरेलू वॉल्यूम ग्रोथ: 10.8%
- कुल रेवेन्यू ग्रोथ: लगभग 10.6%
ये आंकड़े दिखाते हैं कि FMCG सेक्टर में ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में डिमांड मजबूत बनी हुई है। खास बात यह है कि Nestlé ने बताया कि ग्रामीण मार्केट में भी सुधार के संकेत मिल रहे हैं, जो कंपनी के लिए लंबे समय में बड़ा पॉजिटिव फैक्टर है।
मुनाफे पर दबाव, मार्जिन घटा
अब बात करते हैं मुनाफे के दबाव की। हालांकि बिक्री बढ़ी है, लेकिन कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन घटा है।
- EBIT (कामकाजी मुनाफा): ₹1168 करोड़ → ₹1237 करोड़
- ऑपरेटिंग मार्जिन: 22.9% → 21.9%
इसका मतलब यह हुआ कि इनपुट कॉस्ट (कच्चे माल की कीमतें) और मार्केटिंग खर्चों का सीधा असर कंपनी के मुनाफे पर पड़ा।
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कंपनी ने इस बात को स्वीकार किया कि कुछ रॉ मटेरियल्स, खासकर डेयरी और कोको प्रोडक्ट्स की कीमतें बढ़ने से कॉस्ट प्रेशर बढ़ा है।
एकमुश्त आय ने दी थोड़ी राहत
Nestlé को इस तिमाही में लगभग ₹183 करोड़ की एकमुश्त आय हुई। यह आय कंपनी के Nutraceutical और NBS (Nestlé Business Services) कारोबार की बिक्री से आई।

इस एकमुश्त आय ने कंपनी के ऑपरेटिंग प्रॉफिट को कुछ हद तक सपोर्ट दिया और यही वजह रही कि कुल मिलाकर वित्तीय प्रदर्शन बहुत खराब नहीं कहा जा सकता।
कॉफी सेगमेंट से उम्मीदें बढ़ीं
कंपनी के मैनेजमेंट ने कहा कि भारत में घरेलू खपत मजबूत बनी हुई है और ज्यादातर प्रोडक्ट कैटेगरीज में डिमांड स्टेबल है।
खासकर कॉफी सेगमेंट में कंपनी ने कहा कि वियतनाम और भारत दोनों जगह कॉफी फसल सामान्य है, इसलिए आने वाले महीनों में कॉफी की कीमतों में गिरावट की उम्मीद है।
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यह Nestlé के लिए बड़ी राहत की बात है, क्योंकि कॉफी रॉ मटेरियल का एक अहम हिस्सा है, और इसकी कीमत घटने से मार्जिन में सुधार देखने को मिल सकता है।
मैनेजमेंट की रणनीति क्या है?
Nestlé के प्रबंधन का कहना है कि कंपनी का फोकस आने वाले महीनों में डबल-डिजिट वॉल्यूम ग्रोथ बनाए रखने पर रहेगा।
साथ ही, कंपनी लगातार इनवेशन और नए प्रोडक्ट लॉन्च पर ध्यान दे रही है ताकि उपभोक्ताओं की बदलती जरूरतों के हिसाब से मार्केट में बने रह सके।
Nestlé ने हाल ही में कई नए प्रोडक्ट लॉन्च किए हैं ,जैसे Nestlé a+ Protein Milk और Maggi Healthy Bowl, जो युवा उपभोक्ताओं और हेल्थ-कॉन्शस ग्राहकों को ध्यान में रखकर तैयार किए गए हैं।
शेयर क्यों भागा, जब मुनाफा घटा?
अब सबसे अहम सवाल , जब कंपनी का नेट प्रॉफिट गिरा, तो शेयर में तेजी क्यों आई?
इसका जवाब है “बाजार की उम्मीदें और भविष्य की दिशा।”
- रेवेन्यू ग्रोथ उम्मीद से बेहतर रही, जो निवेशकों के लिए पॉजिटिव सिग्नल था।
- कंपनी की घरेलू वॉल्यूम ग्रोथ (10.8%) ने दिखाया कि Nestlé का कोर बिजनेस मजबूत है।
- कॉफी की कीमतों में गिरावट से आने वाले क्वार्टर्स में मार्जिन सुधार की उम्मीद है।
- और सबसे अहम , कंपनी ने अपने ग्रामीण डिमांड रिकवरी पर भरोसा जताया है।
इन सभी वजहों से निवेशकों ने इसे “कमजोर मुनाफे के बावजूद मजबूत भविष्य” के संकेत के रूप में देखा और शेयर में तेजी आई।
एनालिस्ट्स की राय क्या है?
कई मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि Nestlé के Q2 नतीजे शॉर्ट-टर्म में थोड़े कमजोर हैं, लेकिन लॉन्ग-टर्म फंडामेंटल्स मजबूत हैं।
“Nestlé इंडिया की वॉल्यूम ग्रोथ और इनोवेशन स्ट्रैटेजी इसे आने वाले वर्षों में भी FMCG सेक्टर का लीडर बनाए रखेगी।”
ब्रोकरेज हाउसों का अनुमान है कि अगले 6–9 महीनों में कंपनी का शेयर ₹1,350–₹1,400 के स्तर तक जा सकता है, बशर्ते कि मार्जिन में सुधार जारी रहे।
कंपनी की मजबूत ब्रांड वैल्यू
Nestlé India का ब्रांड पोर्टफोलियो भारतीय उपभोक्ताओं के बीच बेहद लोकप्रिय है ,Maggi, Nescafé, KitKat, Milkmaid जैसे प्रोडक्ट्स लगभग हर घर में मौजूद हैं।
इसी मजबूत ब्रांड इमेज के चलते कंपनी की कंज्यूमर लॉयल्टी बनी हुई है, जो किसी भी मंदी या कॉस्ट प्रेशर के दौरान इसे टिकाए रखती है।
आगे क्या उम्मीद रखी जाए?
- आने वाले क्वार्टर्स में कंपनी की प्राथमिकताएं होंगी:
- कॉस्ट कंट्रोल और मार्जिन में सुधार।
- ग्रामीण मार्केट में उपस्थिति मजबूत करना।
- हेल्थ और वेलनेस कैटेगरी में नए प्रोडक्ट्स लाना।
- अगर ये लक्ष्य सफलतापूर्वक हासिल किए गए, तो Nestlé India आने वाले महीनों में और बेहतर प्रदर्शन कर सकती है।