आजकल स्मार्टफोन्स का हैंग होना एक आम हो गई है, जिससे यूज़र्स को काफी परेशानी होती है। चाहे फोन की स्टोरेज फुल हो, पुराना सॉफ्टवेयर हो, या फिर बैकग्राउंड में कई ऐप्स चल रहे हों, ये सभी कारण फोन के हैंग होने की वजह बनते हैं।
Table of Contents
इस पोस्ट में हम जानेंगे कि कैसे हार्डवेयर की कमज़ोरी, सॉफ्टवेयर की समस्याएं और ज्यादा ऐप्स फोन हैंग होने का कारण बनते हैं। आइए विस्तार से समझते हैं कि यह समस्या क्यों और कैसे होती है, और इसे ठीक करने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
1. फुल स्टोरेज
बहुत से लोगों को यह नहीं पता होता कि फोन की स्टोरेज फुल होने से भी फोन हैंग होने लगता है। जब आपके फोन की इंटरनल स्टोरेज पूरी तरह से भर जाती है, तो फोन का प्रोसेसिंग सिस्टम धीमा हो जाता है। जिसका फोन हैंग होता है, आप उसकी गैलरी में देखेंगे कि उसमें ज्यादातर 10-12 एक ही तरह के फोटो होते हैं या फिर एक से ज्यादा डुप्लिकेट फोटो होते हैं। इसके कारण फोन की स्टोरेज की ख़पत बढ़ जाती है और मोबाइल हैंग करने लगता है।
यह समस्या तब और बढ़ जाती है जब फोन में बहुत ज्यादा डेटा और ऐप्स होते हैं, जिससे उसकी रैम पर ज्यादा लोड पड़ता है।
इसका समाधान क्या है?
समय-समय पर फोन के स्टोरेज पर ध्यान रखना होगा। बिना जरूरत वाले डेटा को डिलीट करना और ऐप्स का कैश क्लियर करना आपके फोन को इस समस्या से बच सकते है।
2. पुराना सॉफ्टवेयर या अपडेट का अभाव
स्मार्टफोन में पुराने सॉफ्टवेयर के होने से भी फोन के हैंग होने का एक बड़ा कारण हो सकता है। हर नए अपडेट के साथ फोन के सॉफ्टवेयर को बेहतर बनाया जाता है, लेकिन अगर आप समय पर अपने फोन को अपडेट नहीं करते, तो फोन की परफॉरमेंस पर असर पड़ता है और यह हैंग होने लगता है।
क्या इसका सॉफ्टवेयर से सीधा संबंध है?
हां, सॉफ्टवेयर अपडेट न होने से फोन की परफॉरमेंस धीरे-धीरे घटती जाती है। इसलिए समय पर अपडेट्स को इंस्टॉल करना बेहद जरूरी है।
3. ज्यादा ऐप्स और बैकग्राउंड प्रोसेस
आजकल हम अपने स्मार्टफोन में कई ऐप्स डाउनलोड कर लेते हैं, और उनमें से बहुत सारे ऐप्स बैकग्राउंड में चलते रहते हैं। ये ऐप्स फोन की रैम और प्रोसेसर पर लोड डालते हैं, जिससे फोन का प्रोसेस धीमा हो जाता है और हैंग होने लगता है। खासकर पुराने फोन में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है, क्योंकि उनमें रैम और प्रोसेसर की क्षमता सीमित होती है, जो इस लोड को संभाल नहीं पाती।
जिन ऐप्स की ज़रूरत नहीं है, उन्हें फोन से हटा दें या बैकग्राउंड प्रोसेस को रोकें। इससे फोन की स्पीड बढ़ जाएगी और हैंग की समस्या कम होगी।
4. वायरस और मैलवेयर का अटैक
कई बार हम ऐसे ऐप्स डाउनलोड कर लेते हैं जो सुरक्षित नहीं होते, जिससे हमारे फोन में वायरस या मैलवेयर आ जाता है। ये वायरस फोन की स्पीड को धीमा कर देते हैं और उसे हैंग कर देते हैं। अगर फोन में बिना किसी कारण के विज्ञापन आने लगें या ऐप्स अपने आप खुलने लगें, तो यह मैलवेयर के संकेत हो सकते हैं।
कैसे रखें फोन को सुरक्षित?
अपने फोन में एंटीवायरस ऐप इंस्टॉल करें और सिर्फ ट्रस्टेड सोर्स से ही ऐप्स डाउनलोड करें। इससे आपका फोन सुरक्षित रहेगा और हैंग होने की समस्या से बचा जा सकेगा।
इन सभी कारणों से बचने के लिए फोन को समय-समय पर अपडेट करना, अनावश्यक डेटा और ऐप्स को हटाना, और वायरस से बचाव के लिए एंटीवायरस का इस्तेमाल करना जरूरी है।